याद आता है अक्सर वो गुजरा ज़माना, तेरी मीठी सी आवाज में भैया कहकर बुलाना, वो स्कूल के लिए सुबह मुझको जगाना, आई है राखी लेकर दीदी, यही है भाई-बहन के प्यार का तराना !!
रक्षा-बन्धन का त्यौहार है,
हर तरफ खुशियों की बौछार है,
और बंधा एक रेशम की डोरी में
भाई-बहन का प्यार है।
चंदन का टीका, रेशम का घागा,
सावन की सुगंध बारिश की फुहार,
भाई की उम्मीद बहन का प्यार,
मुबारक हो आपको
“” रक्षा -बंधन का त्योहार ! “”
रक्षा के पवित्र बंधन को सदा निभाइये,
अनमोल है बहन, सदा स्नेह लुटाइये।
र = 🌹रक्षा करना बहन की 🌹
क्षा=🌹क्षमा करना बहन को 🌹
बं = 🌹 बंधन से मुक्त करना बहन को 🌹
ध = 🌹ध्यान रखना बहन का 🌹
न = 🌹नही भूलना बहन को 🌹
चन्दन का टीका रेशम का धागा,
सावन की सुगंध बारिश की फुहार,
भाई की उम्मीद बहना का प्यार,
भाई बहन का रिश्ता खास होता है,
यह खून के रिश्तो का नहीं है,
प्रेम का मोहताज होता है..!
म की डाली, मुंह पर लाली,
बहना तेरे बिन सुनी है कलाई,
आके भर दे खुशियों से मेरी झोली।
विश्वास का धागा, प्यार का धागा, खुशियों का धागा, यादों का धागा, दोस्ती का धागा, मन का धागा, भाई की कलाई पर बहन ने प्रेम से बांधा